बागोड़ा उपखण्ड अधिकारी ने नवाचार करते हुए कोरोना मरीजों को संबल प्रदान करने के लिए किया काउसंलिंग टीमों का गठन

टीम मरीजों में सकारात्मक सोच उत्पन्न करने व मनोबल बढ़ाने का करेंगी प्रयास

जालोर 13 मई। बागोड़ा उपखण्ड अधिकारी मृदुला शेखावत ने वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के भयावह हालात में बागोड़ा की प्रत्येक ग्राम पंचायत पर एक कोरोना काउंसलिंग टीम का गठन किया है जो कोरोना पॉजिटिव आने वाले व्यक्तियों से लगातार 10 दिवसों तक सकारात्मक सोच उत्पन्न करने एवं मनोबल बढ़ाने का सक्रिय प्रयास कर उन्हें संबल प्रदान करेंगी। बागोड़ा उपखण्ड अधिकारी एवं इंसिडेंट कमांडर मृदुला शेखावत ने बताया कि कोरोना संक्रमण की वर्तमान परिस्थितियों एवं भयावह हालात में प्रतिदिन कई लोग कोरोना से संक्रमित हो रहे है तथा कई लोग अपनी जान भी गवा चुके हैं। कोरोना बीमारी को काफी हद तक हराया जा सकता है उसके लिए जरूरी है सकारात्मक विचार एवं सावधानी के साथ पॉजिटिव व्यक्ति का मनोबल बनाये रखना। वैश्विक आंकड़ों एवं अनेक विश्लेषकों द्वारा बताया गया है कि यदि व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव आ भी जाता है तो उसे घबराने की आवश्यकता नहीं है अपितु मानसिक रूप से मजबूती, स्वच्छ व स्वस्थ खान-पान, समय पर दवाई एवं  चिकित्सकीय देखरेख के साथ वह कोरोना बीमारी को हरा सकता है। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण की वर्तमान परिस्थितियों एवं अनेक विश्लेषणों को देखते हुए बागोड़ा उपखण्ड की प्रत्येक ग्राम पंचायत पर एक काउंसलिंग टीम का गठन किया गया है जो ग्राम पंचायत में कोरोना पॉजिटिव आने वाले व्यक्ति से लगातार 10 दिवसों तक बात करेंगी एवं उसके मन में कोरोना से सम्बन्धित शंकाओं को दूर करते हुए सकारात्मक सोच उत्पन्न करने एवं मनोबल बढाने का सक्रिय प्रयास करेंगी ताकि पॉजिटिव व्यक्ति के मन से कोरोना का डर दूर हो व सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो सके। काउंसलिंग टीम द्वारा सर्वे के दौरान आईएलआई लक्षणों से ग्रसित व्यक्तियों की सूची सर्वे टीम से प्राप्त कर सूची में शामिल व्यक्तियों के प्रतिदिन हालचाल पूछना एवं काउंसलिंग द्वारा कोरोना से सम्बन्धित बचाव एवं उपायों के साथ-साथ सकारात्मक ऊर्जा देना तथा चिकित्सक सलाह के लिए प्रोत्साहित कर उन्हें संबल दिया जायेगा कि यदि व्यक्ति जांच में कोरोना पॉजिटिव आ भी जाता है तो घबराने की बात नहीं, अपितु परिवार एवं अन्य लोगों में संक्रमण फैलने से रोकने एवं स्वयं के साथ सभी के उत्तम स्वास्थ्य के लिए जांच कराना जरूरी है और घर पर रह कर भी कोरोना का प्रारंभिक स्तर का इलाज संभव है। अन्य कोई व्यक्ति जिसकों आईएलआई लक्षणों की संभावना लगती हो अथवा सामान्य जानकारी के लिए भी काउंसलर टीम से संपर्क करता है तो टीम द्वारा उस व्यक्ति के मन से डर को दूर करने के प्रयास के साथ कोरेना से सावधानियां एवं बचाव के उपाय बताये जायेंगे। उन्होंने बताया कि काउंसलिंग टीमों द्वारा ऐसे लोग जिन्हें कोरोना वैक्सीन को लेकर मन में अनेक गलत भ्रांतिया है तथा जिन्होंने अभी तक भी वैक्सीन नहीं लगवायी है तथा वैक्सीन को लेकर मन में डर है, ऐसे लोगों की समझाइश कर भ्रांतिया दूर करने का प्रयास किया जायेगा।
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