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पशु आहार की उपलब्धता हेतु किए एमओयू पर हस्ताक्षर’

सिरोही, 17 जनवरी। नाबार्ड द्वारा केंद्रीय क्षेत्रीय योजना के अंतर्गत जिले के आबूरोड ब्लॉक एवं रेवदर ब्लॉक में गठित क्रमश श्री सुन्धा माता किसान उत्पादक संगठन एवं पावा किसान उत्पादक संगठन द्वारा अपने सदस्य किसानो अर्थात शेयर धारको को लाभ पहुँचाने तथा ग्रामीण समृद्धि को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के अंतर्गत सहायता प्राप्त एवं आरएमजीबी पैलेस रोड शाखा से ऋण प्राप्त के पी इंडस्ट्रीज सिंदरथ के साथ सहमति ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। सहमति ज्ञापन पर सुन्धा माता किसान उत्पादक संगठन के अध्यक्ष की उपस्थित में सीईओ, दीपक राजपुरोहित एवं पावा किसान उत्पादक संगठन की ओर से सीईओ बलवंत सिंह चैहान तथा के पी इंडस्ट्रीज सिंदरथ की तरफ से उनके अध्यक्ष, महेंद्र पटेल ने हस्ताक्षर किए।
अपने स्वागत सम्बोधन में सहायक महाप्रबंधक नाबार्ड, जितेंद्र कुमार मीना ने सहमति ज्ञापन के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुये कहा की भारतीय किसान हमारे देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़की हड्डी हैं क्योंकि भारतीय अर्थव्यवस्था अभी भी कृषि आधारित है। आंकड़े बताते हैं कि भारतीय कृषि देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का लगभग 18 प्रतिशत हिस्सा है और लगभग 55 प्रतिशत श्रमिकों को रोजगार देता है। उन्होने बताया की सिरोही जिले में किसान उत्पादक संगठन के पिछले वर्ष अगस्त माह में पंजीकरण के पश्चात केवल 6 माह में आबू रोड में 365 किसान एवं रेवदर में 377 किसान एफपीओ से जुड़े है, अतः इस सहमति ज्ञापन के माध्यम से सीधे तौर पर लगभग 750 से ज्यादा किसानो को लाभ होगा। उन्होंने कहा की इस सहमति ज्ञापन के माध्यम से किसान उत्पादक संगठन अपने किसान शेयर धारको को 12 प्रकार के पशु आहार जैसे की कपासिया खल, मिक्स खल, मक्का खल, जौ दलिया, मक्का दलिया, ग्वार चुरी (कोरमा), मिक्स पशु आहार, मक्का गट्टा, मिक्स गट्टा, सोया चुरी दृ ग्रेड -1 एवं ग्रेड -2, जौ गट्टा, ईसबगोल चुरी दृ ग्रेड दृ डायमंड, गोल्ड, सिल्वर इत्यादि की उपलब्धता बाजार मूल्य से कम भाव पर एवं प्रचुर मात्र में सुनश्चित कर सकेंगे। आगे बताते हुये मीना ने बताया की इतना ही नहीं इस सहमति ज्ञापन के पश्चात किसान उत्पादक संगठन अपने सदस्यों को खाने में इस्तेमाल होने वाले तेल को भी बाजार मूल्य से कम दाम पर उपलब्ध कराने में सक्षम होंगे।
अतिरिक्त जिला कलेक्टर,कालूराम खौड़ ने अपने सम्बोधन में कृषक समुदाय को देश की अर्थव्यवस्था के निर्माण खंड बताते हुये इनके आवश्यक सशक्तिकरण एवं उनकी क्षमता निर्माण के महत्व पर जोर दिया। उन्होने किसान उत्पादक संगठन को कृषक समुदाय के लिए स्थायी कृषि व्यवसाय मॉडल के लिए बेहतर विकल्प बताया।उन्होने कहा की उत्पादक संगठनो द्वारा हस्ताक्षर किया गया सहमति ज्ञापन कृषि और पशुधन के माध्यम से किसानो की आय में वृद्धि को प्रभावी ढंग से सुनिश्चित करने में मदद करेगा। उन्होंने जिले के किसानो को प्रचुर मात्रा एवं सही मूल्य पर पशु आहार उपलब्ध करने के लिए इस सहमति ज्ञापन को मूर्त रूप देने किए लिए नाबार्ड, कृषि विभाग, किसान उत्पादक संगठनो के पदाधिकारियों, बैंक एवं के पी इंडस्ट्रीज के अधिकारियों के प्रयासो की सराहना की।
’पशु आहार के 100 बैग की खरीद का दिया ऑर्डर’
समझौता ज्ञापन (एमओयू) के हस्ताक्षर कार्यक्रम केइस अवसर पर पावा किसान उत्पादक संगठन के निदेशक दीपक दान चारण द्वारा इस सहमति ज्ञापन का तत्काल प्रभाव से क्रियान्वयन करते हुये के पी इंडस्ट्रीज सिंदरथ को उत्पादक संगठन की ओर से 100 कट्टे पशु आहार का पहला ऑर्डर भी सभी की उपस्थित में दिया गया।
सहमति ज्ञापन हस्ताक्षर के इस अवसर पर श्री सुन्धा माता किसान उत्पादक संगठन से अध्यक्ष दुर्गा सिंह देवड़ा,निदेशक -पूराराम परमार,अग्रिणी जिला प्रबन्धक, दायराम पिपरालिया,सहायक निदेशक बागवानी हेमराज मीना, आरएमजीबी पैलेस रोड शाखा प्रबन्धक, महेंद्र सिंह मीना,आरबीकेएस के शिव रैदास एवं अन्य अधिकारि भी उपस्थित रहे।
अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने किसान उत्पादक संगठन को सौंपे खाद, बीज एवं दवाइयों के लाइसेन्स’
अतिरिक्त जिला कलेक्टर,कालूराम खौड़ द्वारा आबूरोड ब्लॉक में नाबार्ड के माध्यम से गठित श्री सुन्धा माता किसान उत्पादक संगठन को कृषि विभाग की और से खाद, बीज एवं दवाइयों की बिक्री हेतु जारी किए गए लाइसेन्स को उत्पादक संगठन के अध्यक्ष दुर्गा सिंह देवड़ा को सौंप कर उत्पादक संगठन की सफलता हेतु शुभकामनाए दी गयी। इस मौके पर उपस्थित उप निदेशक-कृषि विस्तार, संजय तनेजा ने बताया की कृषि विभाग द्वारा जारी लाइसेन्स के माध्यम से किसानो को फसल उत्पादन बढ़ाने एवं फसलों में होने वाले खराबे को रोकने में मदद मिलेगी। उन्होने बाते की कृषि विभाग और नाबार्ड मिलकर जिलें में किसान उत्पादक संगठन के संवर्धन, निर्माण, प्रशिक्षण इत्यादि के लिए कार्य कर रहे है।
किसान उत्पादक संगठनो और के पी इंडस्ट्रीज सिंदरथ के मध्य पशु आहार एवं अन्य आवश्यक उत्पादो की उपलब्धता को लेकर किया गया यह सहमति ज्ञापन उत्पादक संगठनो से जुड़े किसानो की आय बढ़ाने एवं उनके समग्र विकास में मील का पत्थर साबित होगा। यह एक छोटा कदम जरूर हो सकता है किन्तु इसके परिणाम बहुत ही बड़े होंगे, इससे जिलें के अन्य ब्लॉको में नाबार्ड द्वारा केंद्रीय क्षेत्रीय योजना के अंतर्गत बनाए जाने वाले किसान उत्पादक संगठनो का उत्साहवर्धन होगा।’भगवती प्रसाद, जिला कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट सिरोही’
नाबार्ड, देश में किसान, कृषि एवं ग्रामीण क्षेत्र के निरंतर विकास के लिए प्रतिबद्ध है। किसान उत्पादक संगठनों द्वारा किया गया यह सहमति ज्ञापन ग्रामीण विकास को और अधिक मजबूती प्रदान करेगा तथा सिरोही जिले में नाबार्ड द्वारा गठित इन दोनों किसान उत्पादक संगठनों से जुड़े किसानो को अधिक से अधिक लाभ दिलाने में उपयोगी साबित होगा। यह एक उत्पादक संगठनो के सदस्यों के सुनहरे कल के लिए लिया गया सराहनिय निर्णय है।जितेंद्र कुमार मीना, सहायक महाप्रबंधक- नाबार्ड