प्रदेश में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अभी तक लगभग 21 लाख मैट्रिक टन गेहूं की हुई खरीद

  • ’कोरोना काल में विपरीत परिस्थितियों के बावजूद भी खाद्य विभाग गेहूं खरीद के निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने के है बेहद करीब’
  • ’कोरोना काल में लगभग दो लाख किसानों को लाभान्वित कर राहत पहुंचाई’
जयपुर,8 जून। प्रदेश में कोरोना महामारी से उपजी विषम परिस्थितियां एवं सीमित संसाधनों के बावजूद खाद्य विभाग ने केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित किए गए 22 लाख मैट्रिक टन गेहूं की खरीद के लक्ष्य को प्राप्त करने की दहलीज पर आ चुका है। कोरोना काल में विभाग द्वारा किए गए अथक प्रयासों से रबी विपणन वर्ष 2021- 22 में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अभी तक लगभग 21 लाख मैट्रिक टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है इस दौरान प्रदेश के लगभग दो लाख किसानों को लाभान्वित कर राहत पहुंचाई गई है।
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के शासन सचिव श्री नवीन जैन ने बताया कि प्रदेश में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद के लिए 387 क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद प्रदेश के सभी क्रय केंद्रों पर  सुचारू रूप से की जा रही है।उन्होंने बताया कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर भारतीय खाद्य निगम ने 14.54 लाख, तिलम संघ ने 2.28 लाख राजफेड ने 2.74 लाख एवं नैफेड ने 1.07 लाख मैट्रिक टन गेहूं की खरीद की है। उन्होंने बताया कि अभी तक मंडियों में 21.94 लाख मैट्रिक टन गेहूं की आवक हुई है जिसमें से विभाग द्वारा  न्यूननतम समर्थन मूल्य पर 20.64 लाख मैट्रिक टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है। 

’गेहूं क्रय केंद्रों पर कोरोना गाइडलाइन की शत प्रतिशत की जाए पालना’

शासन सचिव ने बताया कि कॉविड 19 वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए गेहूं क्रय केंद्रों पर सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन की शत-प्रतिशत पालना की जाए। उन्होंने कहा कि क्रय केंद्रों पर मास्क पहनने, सामाजिक दूरी, बार-बार सैनिटाइजर करना एवं थर्मल स्क्रीनिंग आदि पर विशेष ध्यान दिया जाना सुनिश्चित करें।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार द्वारा प्रदेश में रबी विपणन वर्ष 2021 -22 के तहत न्यूनतम समर्थन मूल्य 1 हजार 975 प्रति क्विंटल के हिसाब से 22 लाख मैट्रिक टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया है जिसे आगामी समय में शीघ्र ही प्राप्त कर लिया जाएगा।
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