बाड़मेर, 07 अक्टूबर। जिला कलक्टर लोक बंधु की अध्यक्षता में आगामी रबी की फसल हेतु आदानों की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रट सभागार बाडमेर में आयोजित की गई, जिसमें कृषि, सहकारिता, उर्वरक आपूर्तिकर्ता, क्रय-विक्रय सहकारी समितियों एवं थोक उर्वरक विक्रेताओं से उर्वरकों की मांग एवं उपलब्धता की समीक्षा की गई।
इस मौके पर जिला कलेक्टर लोक बंधु ने जिलें में डीएपी, यूरिया एवं अन्य उर्वरकों की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने उर्वरक निर्माता कम्पनियों ईफको, एनएफएल एवं चम्बल फर्टीलाईजर्स के प्रतिनिधियों को मांग अनुसार आपूर्ति किये जाने हेतु समुचित व्यवस्था करने को कहा।
जिला कलक्टर ने उर्वरक विक्रेताओं एवं कृषि व सहकारिता विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि उर्वरक प्राप्त होते ही पी.ओ.एस. मशीन में ऑनलाईन स्टॉक का इन्द्राज किया जाना एवं पी.ओ.एस. से ही उर्वरक विक्रय सुनिश्चित किया जाये तथा पी.ओ.एस. की ऑनलाईन उपलब्धता व वास्तविक स्टॉक में किसी प्रकार की भिन्नता ना हों क्योंकि पी.ओ.एस. के ऑनलाईन स्टॉक के आधार पर ही केन्द्र एवं राज्य सरकार के द्वारा जिलें को उर्वरकों का आवंटन किया जाता है।
कलक्टर बंधु ने कहा कि सिंगल सुपर फॉस्फेट एवं यूरिया डीएपी का बेहतर विकल्प है इससे फास्फोरस व नत्रजन के अतिरिक्त गंधक एवं केल्शियम भी मिलते है। अतः कृषकों को इसके प्रयोग के लिए प्रोत्साहित किया जाये तथा सभी क्रय-विक्रय सहकारी समिति एवं प्रमुख उर्वरक विक्रेता एक-एक ट्रक सुपर फॉस्फेट का स्टॉक आवश्यक रूप से रखें। रबी फसलों की बुवाई मुख्यतः दीपावली के उपरांत प्रारम्भ होगी तब तक आवश्यकता अनुसार उर्वरकों की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित कर दी जाए।
इस दौरान उपनिदेशक विरेन्द्रसिंह सोलंकी ने बताया कि खरीफ में यूरिया एवं डीएपी की आपूर्ति मांग से अधिक हुई है तथा कृषकों के पास लगभग दस हजार टन यूरिया व दो हजार टन डीएपी का स्टॉक किया हुआ है। वर्तमान में 2500 टन यूरिया एवं 400 टन डीएपी थोक एवं खुदरा विक्रेताओं के पास उपलब्ध है व ईफकों द्वारा 350 टन एनपीके की आपूर्ति के आदेश जारी किये गये है।
इस दौरान राजस्थान स्टेट सीडस कॉर्पोरेशन के क्षेत्रीय प्रबंधक बृजकिशोर द्विवेदी ने अवगत कराया कि निगम के पास सरसों, चना एवं गेहूं का प्रमाणित बीज पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है तथा मांग करने पर तीन दिवस में बीज की आपूर्ति सुनिश्चित कर दी जायेगी।