
सिरोही, 20 सितम्बर । कृषि के आत्मा सभागार में मार्ग दर्शी बैक द्धारा आयोजित त्रेमासिक माह जून की जिला स्तरीय सलाहकार समिति एवं समीक्षा समिति की बैठक जिला कलक्टर डाॅ भंवर लाल की अध्यक्षता में आयोजित की गई।
बैठक में जिला कलक्टर ने बैंक के अधिकारियों से कहा कि वे ऋण आवेदन के लंबित प्रकरणों का निस्तारण शीघ्र करें साथ ही केन्द्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं में कम प्रगति वाले बैकों को चिन्हित करते हुए ओर तेजी लाते हुए प्रगति बढाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि कई ऐसी बैंके है, उनकी एक से अधिक अधिक शाखाए होने के होने के बावजूद योजनाओं में कम प्रगति होना एवं बैकों के पोर्टल पर माॅनेटरिंग नहीं होना चिन्ताजनक है, व्यक्तिगत ध्यान देते हुए प्रकरणों का निस्तारण शीघ्र करना सुनिश्चित करें।
उन्होंने वार्षिक साख योजना, ऋण योजनाए, आत्म निर्भर भारत योजना, एनयूएलएम योजना, अनुसूचित जाति व जन जाति विकास निगम की योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री विशेष योग्यजन स्वरोजगार योजना, इंदिरा महिला शक्ति उदयम प्रोत्साहन योजना, इंदिरा गाधी शहरी के्रडिट कार्ड योजना, आरसेटी द्धारा दिए गए प्रशिक्षणो की समीक्षा, सामाजिक सुरक्षा योजनाऐं, सम्पूर्ण वित्तीय समावेशन, रोडा व एक्ट के तहत वसूली, किसान के्रडिट कार्ड , प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, ब्लाॅक स्तरीय बैकर्स समिति , अग्रणी जिला बैंक की विवरणियों का प्रेषण इत्यादी की संबंधित विभागों के अधिकारियों से समीक्षा करते हुए प्राप्त आवेदनों का त्वरित गति से निस्तारण करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने पीएम किसान योजना के अंतर्गत किसानों को पशुपालन गतिविधि के लिए 797 ऋण आवेदन में से 301 ही ऋण वितरण किए, बकाया प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण करने के निर्देश दिए। बैठक में एसबीआई के मुख्य प्रबंधक हरीसिंह, आरएमजीबी क्षेत्रीय प्रबंधक हितेश कुमार राजपुरोहित,वित्तीय साक्षरता सलाहकार गोपालसिंह राठौड, आरसेटी निदेशक मूलाराम राठौड,जिला उद्योग केन्द्र महाप्रबधक भानु प्रताप, एससीसीबी से दिपीका सोनी, पंजाब नेशनल बैंक से सुरेश मीणा, समेत बैकों के अधिकारी उपस्थित थे।
लीड बैंक अधिकारी को निर्देश दिए कि वे बैकों के उच्चाधिकारियों को तलब करें
बैठक में रिजर्व बैंक के सहायक महाप्रबंधक धर्मेन्द्र कच्छवाह ने कहा कि बैठक में बैकों के अधिकारी पूर्ण सूचना उपस्थित नहीं होने के कारण सही जवाब नहीं दे पाते है, लीड बैंक अधिकारी को निर्देश दिए कि वे बैकों के उच्चाधिकारियों को तलब करें ताकि वे पूर्ण सूचना के बैठक में उपस्थित हो सके। उन्होंने वार्षिक साख योजना में इंडियन ओरवरसीज बैंक, केनरा बंैक, यूसीओ बैंक, इंडियन बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, आरएमजीबी बैंक, येस बैंक, बैंक ऑफ़ इंडियरा एवं एसबीआई बैकों में 25 फीसदी से कम उपलब्धि हासिल की है तथा मुख्यमंत्री विशेष योग्यजन स्वरोजगार योजना में 6 बैकों को भिजवाए गए बकाया ऋण में भेजे प्रकरणों पर भी बहुत ही कम प्रगति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिए कि वे 30 सितम्बर तक प्रकरणों का निस्तारण करने के साथ उच्चाधिकारियों को अवगत कराने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एसबीआई के द्धारा आरसेटी संस्थान की ओर से दिए जाने वाले प्रशिक्षण की समाप्ति से 15 दिन पूर्व ही ऋण के आवेदन की पूर्ति करना सुनिश्चित करें ताकि समाप्ति पर उन्हें प्रमाण पत्र मय ऋण के पत्र दिए जा सके।
बैठक में स्टेट बैंक सहायक महाप्रबधक श्यामसिंह चारण ने एसबीआई बैकों द्धारा योजनाओं में ओर प्रगति बढाने के लिए आश्वस्त किया।
वित्तीय साक्षरता के लिए केन्द्र स्थापित कर पायलट परियोजना की शुरूआत
लीड बैंक अधिकारी उम्मेदराम मीणा ने बैठक का संचालन किया और जानकारी देते हुए बताया कि वित्तीय साक्षरता के लिए केन्द्र स्थापित कर पायलट परियोजना की शुरूआत की गई है। जिले के तीन उपखंड आबूरोड, पिंडवाडा एवं रेवदर में क्रिसिल फाउंडेशन एनजीओ द्धारा सीएफसी कार्य किया जा रहा है। इन एनजीओ द्धारा अपे्रल से जून,2022 तक कुल 70 शिविर आयोजित कर 1689 लोगों को लाभांवित किया गया।
जिला विकास प्रबधन नाबार्ड दिनेश प्रजापत ने उपस्थित विभिन्न बैकों एवं विभागो के अधिकारियों से प्रगति की समीक्षा व संवाद करते हुए उनकी शंकाओ का मौके पर ही निस्तारण किया तथा उन्हें लक्ष्यों के अनुसार प्रगति अर्जित करने के निर्देश दिए।