सफलता की कहानी : गोदाम निर्माण एवं कस्टम हायरिंग सेन्टर से किसानों को मिली सुविधा

टोंक जिले की चांवडिया ग्राम सेवा सहकारी समिति

टोंक,10 मई। राज्य सरकार किसान हितैषी है। समृद्ध किसान खुशहाल राजस्थान की सोच के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने राज्य को कृषि के क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए बजट सत्र 2022-23 में प्रथम कृषि बजट प्रस्तुत किया। उन्होंने इस कृषि बजट में खेती की गुणवत्ता व कृषि उत्पादकता के साथ-साथ भण्डारण को बढाएं जाने एवं विपणन प्रणाली को बेहतर करने पर भी जोर दिया है।
कृषकों के फसल उत्पाद को भंडारित करने की दृष्टि से टोंक जिले की गोदाम विहिन ग्राम सेवा सहकारी समितियों में 100 मैट्रिक टन क्षमता के गोदाम व कार्यालयों के निर्माण कराया गया है। जिले की चांवडिया ग्राम सेवा सहकारी समिति, मोरला ग्राम सेवा सहकारी समिति में भण्डारण व कार्यालय के लिए 12-12 लाख रूपए की राशि से निर्माण कार्य करवाया गया हैं।

गोदाम निर्माण होने से भविष्य में किसानों को और बेहतर सुविधाएं मिल सकेगी।

नवीन गोदाम होने से समिति पर्याप्त मात्रा में खाद-बीज बिक्री कर सकेगी तथा किसानों को ऋण वितरण गोदाम कार्यालय भवन पर सुगमता से संभव हो सकेगा। गोदाम निर्माण होने से भविष्य में किसानों को और बेहतर सुविधाएं मिल सकेगी। इसी तरह उनियारा, टोंक बनास केवीएसएस में भण्डारण के लिए 250-250 मैट्रिक टन के गोदाम निर्माण 25 लाख रूपए प्रति गोदाम स्वीकृत कर निर्माण कार्य पूर्ण करवाया गया हैं। इन क्रय – विक्रय सहकारी समितियों में गोदाम निर्माण होने से किसानों को खाद-बीज बिक्री की सुविधा के साथ समिति द्वारा समर्थन मूल्य खरीद कार्य में भी भण्डारण के लिए इन गोदामों को उपयोग में लाया जा सकता है।



इसी तरह कृषि कार्य में समय की बचत तथा खेती की लागत कम करने के उद्देश्य से लघु एवं सीमान्त कृषकों को उच्च तकनीक के कृषि उपकरण किराये पर उपलब्ध कराने के लिए कस्टम हायरिंग सेन्टर से किसान को कृषि उपकरण उचित दर किराये पर मिल रहे है। रानोली, देवरी, चैनपुरा ग्राम सेवा सहकारी समिति में कस्टम हायरिंग सेन्टर के लिए 8-8 लाख रूपए स्वीकृत किए गए थे। स्वीकृत राशि में समिति द्वारा अंशदान शामिल कर कृषि उपकरण क्रय किए गए। कृषि उपकरण क्रय किए जाने से समिति क्षेत्र के किसानों को उनकी जरूरत के आधार पर कृषि उपकरण किराए पर दिए जा रहे हैं। कृषि उपकरणों के उपयोग से समिति क्षेत्र के किसान जिनके पास कृषि उपकरण उपलब्ध नहीं है, वह इससे लाभान्वित हो रहे है।

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