वायु संक्रमण को रोकने के लिए ‘हेपा फिल्टर’ से लैस वातानुकूल
बाड़मेर, 4 जून, 2021: ऐसे समय में, जब दुनिया के विशेषज्ञ कोविड-19 की तीसरी लहर के बारे में अपनी आशंकाएं व्यक्त कर रहे हैं, बाड़मेर में महामारी के खिलाफ लड़ाई के लिए अल्ट्रा मॉडर्न सुविधाओं वाले वेदांता केयर्स फील्ड हॉस्पिटल के रूप में अनूठी पहल की गई है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने सौ बिस्तर वाले फील्ड हॉस्पिटल का लोकार्पण किया जिसके जरिए आगामी महीनों में किसी भी चुनौती का सामना मजबूती से किया जा सकेगा। बाड़मेर के सीनियर सेकेंडरी सरकारी स्कूल में स्थापित इस वातानुकूलित अस्पताल का लोकार्पण करते हुए मुख्यमंत्री ने जनता से सतर्कता और जागरूकता के साथ सुरक्षित रहने की अपील की।
केयर्न ऑयल एंड गैस, वेदांता और बाड़मेर जिला प्रशासन की एक संयुक्त पहल के रूप में इस फील्ड अस्पताल में ऑक्सीजन सपोर्ट के साथ 90 बेड और गंभीर रोगियों के लिए वेंटिलेटर सपोर्ट के साथ 10 बेड हैं। यह विश्व स्तरीय तकनीकों से लैस है और सुरक्षा का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करता है। वायरस के वायु संचरण को रोकने के लिए, फील्ड अस्पताल में ‘हेपा’ फिल्टर का उपयोग किया गया है। यह तकनीक हवा को 99.99 प्रतिशत शुद्धता तक फ़िल्टर करते हुए वायुजनित बैक्टीरिया और वायरल जीवों के प्रसार का मुकाबला करती है।
इसके अलावा, समर्पित पीपीई चेंजिंग स्टेशनों, पर्याप्त संख्या में अग्निशामक यंत्र, सीसीटीवी कैमरे, डीजी सेट के माध्यम से निरंतर बिजली आपूर्ति, मेडिकल पाइपलाइनों के माध्यम से ऑक्सीजन की आपूर्ति और केंद्रीय निगरानी आईसीयू सुविधाओं के प्रावधानों के साथ समग्र सुरक्षा और स्वच्छता की निगरानी की जा रही है। बाड़मेर और उसके आसपास के जिलों के सभी निवासियों के लिए चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी।
अनिल अग्रवाल फाउंडेशन की एक पहल वेदांत केयर्स दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान, कर्नाटक, ओडिशा, छत्तीसगढ़, झारखंड और तमिलनाडु में 1,000 क्रिटिकल केयर बेड के साथ 10 कोविड केयर अस्पताल स्थापित कर रही है। राजस्थान में बाड़मेर के अलावा राजसमंद के दरीबा में एक वेदांत केयर्स अस्पताल होगा, जो शुरू होने की प्रक्रिया में है।
वेदांत लिमिटेड के प्रयासों की सराहना करते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा, “मैं वेदांता लिमिटेड द्वारा प्रदान किए जा रहे सक्रिय समर्थन की सराहना करता हूं। आज की कठिन परिस्थितियों को देखते हुए आपसी सहयोग समय की मांग है। तीसरी लहर से हमें सतर्क रहने और सावधानी रखने की आवश्यकता होगी।”
वेदांत के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा, “कोरोना के खिलाफ लड़ाई में वेदांता हर वक़्त राजस्थान के लोगों और राज्य सरकार के साथ मजबूती से खड़ी है। हम मेडिकल कॉलेजों के स्टूडेटन्स का आव्हान करते हैं कि वो आगे बढ़ कर इस अभियान से जुड़ें। वेदांता समूह इस घडी में लोगों की सहायता के लिए एकजुटता के साथ खड़ा है और कोविड प्रभावित लोगों को उचित देखभाल करने के लिए तत्पर है।”
वेदांता के ग्रुप सीईओ सुनील दुग्गल ने अपने सन्देश में कहा, “कोविड-19 की दूसरी लहर ने हमें सिखाया है कि एक मजबूत हेल्थकेयर इकोसिस्टम का होना क्यों महत्वपूर्ण है। अब, विशेषज्ञों के तीसरी लहर की भविष्यवाणी के साथ, हमें किसी भी आसन्न संकट का सामना करने के लिए अच्छी तैयारी करनी चाहिए। गुणवत्ता वाले पेशेवरों, उपकरणों और बुनियादी ढांचे के साथ 100 बिस्तरों वाला यह अस्पताल मौजूदा संस्थानों से कुछ तनाव दूर करेगा। हम अपने प्रयासों को जारी रखना चाहते हैं और महामारी पर काबू पाने में सरकार को सहायता प्रदान करना चाहते हैं और यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि भारत के लोग वायरस के खिलाफ विजयी हों।”
केयर्न ऑयल एंड गैस के डिप्टी सीईओ, प्रचुर साह के अनुसार, “महामारी की शुरुआत से, हम अलग-अलग तरीकों से राज्य सरकार व प्रशासन के साथ मिल कर सक्रिय हैं। राजस्थान में हमने 500 ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर्स उपलब्ध कराए हैं। इसके अतिरिक्त, वेदांता केयर्न टीकों की खरीद के लिए लगभग 12 करोड़ रुपये खर्च करेगी, जिसकी डिलीवरी इस महीने के अंत में शुरू होगी। हम जिला मुख्यालय के कोविड केयर सेंटर्स पर रोगियों को भोजन आपूर्ति भी कर रहे हैं, सार्वजनिक स्थानों पर नियमित रूप से स्वच्छता अभियान चला रहे हैं, जन जागरूकता गतिविधियों का आयोजन कर रहे हैं। यह फील्ड अस्पताल हमारे लिए समाज की सेवा करने का एक और तरीका है।”
केयर्न ऑयल एंड गैस ने पूर्व में बालिका छात्रावास और गर्ल्स कॉलेज को जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से 100-बेड वाले कोविड केयर सेंटर में बदलने का कार्य अंजाम दिया था। इसके अतिरिक्त, कोविड केयर सेंटर और जिला अस्पताल में सभी रोगियों को दिन में तीन बार पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। चिकित्सा सुविधाओं में सहायता के लिए 13 टैंकर और 50 ऑक्सीजन सिलेंडर भी उपलब्ध कराए हैं। इसके अलावा, रिफिलिंग के लिए ऑक्सीजन सिलेंडरों का परिवहन भी नियमित रूप से किया जा रहा है।