जयपुर, 13 फरवरी। उच्च शिक्षा राज्य मंत्री श्री भंवर सिंह भाटी ने शनिवार को विधानसभा में बताया कि बाड़मेर जिला मुख्यालय पर चल रहे राजकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय में पेट्रोलियम इंजीनियरिंग से सम्बन्धित कोर्स शुरू किये जा रहे है। उन्होंने स्पष्ट किया कि बालोतरा मुख्यालय पर पेट्रोकेमिकल्स टेक्सटाईल एवं पर्यावरण सहित अन्य संकायों के इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने के बारे में प्रस्ताव विचारधीन नहीं है। श्री भाटी ने प्रश्नकाल में विधायकों की ओर से इस सम्बन्ध मे पूछे गये पूरक प्रश्नों के जवाब में तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री की ओर से बताया कि राज्य में गत दो वर्षो में खोले गये महाविद्यालयाें में से 24 महाविद्यालयाें के भवन डी.एम.एफ.टी मद से बनवाना तय हुआ है। उन्होंने बताया कि डी.एम.एफ.टी की राज्य स्तरीय बैठक में 8 महाविद्यालयाें को 6-6 करोड़ रूपये भवन निर्माण हेतु स्वीकृत किये गये है। उन्होंने बताया कि भविष्य में आयोजित की जाने वाली डी.एम.एफ.टी की बैठक में शेष रहे महाविद्यालयों में भवन निर्माण हेतु राशि देने के प्रस्ताव पर निर्णय लिया जायेगा। उन्होंने आश्वस्त किया कि प्रदेश में जो नये महाविद्यालय खोले गये है और जो अस्थाई भवनों में चल रहे है, उन सबके लिए राजकीय भवन बनाने का कार्य किया जायेगा। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष द्वारा हस्तक्षेप कर चिकित्सकों की तरह नेट व स्लेट पास कर महाविद्यालयों में अध्यापन करा रहे शिक्षको को फिक्स मानदेय पर रखने की व्यवस्था देने पर श्री भाटी ने बताया कि राज्य सरकार ऎेसी योग्यता वाले शिक्षकाें के लिए गेस्ट फैकल्टी के माध्यम से रोजगार देने एवं मानदेय बढ़ाने पर विचार कर रही है। इससे पहले विधायक श्री मदन प्रजापत के मूल प्रश्न के लिखित जवाब मे श्री भाटी ने बताया कि तकनीकी शिक्षा को बढावा देने की दृष्टि से विभाग के अधीन संचालित पॉलिटेक्निक महाविद्यालयों में I.I.I cell में स्टूडेंट एडवाइजरी एवं गाइडेंस ब्यूरो चालू कर दिये गये है। सत्र 2020-21 से सेमेस्टर आधारित पाठ्यक्रम पॉलिटेक्निक महाविद्यालयों में लागू किया गया है। विद्यमान ब्रांच की क्षमता में परिवर्तन करते हुये व्यवसाय उन्मुख नवीन ब्रांच रोबोटिक्स, मैकेट्रोनिक्स, साइबर फोरेसिंक एंड इनफोरमेशन सिक्योरिटी सत्र 2020-21 से 19 पॉलिटेक्निक में नवीन ब्रांच शुरू की गई तथा तीन अभियांत्रिकी महाविद्यालयों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एण्ड डेटा सांइस, मशीन लर्निंग, इन्टरनेट ऑफ थिंग्स प्रारंभ कर दिये गये हैं। इसके अतिरिक्त विभाग द्वारा ऑटोकैड, रेफ्रिजरेशन, अनुरक्षण विषयक कोर्स कराये जा चुके है। समय की मांग के अनुसार संबंधित संस्थाओं से निरन्तर समन्वय व सामन्जस्य स्थापित किया जा रहा है। पॉलिटेक्निक महाविद्यालयों द्वारा I.I.I cell के माध्यम से उद्योगों के साथ एमओयू किये गये है। राज्य के 4 अभियांत्रिकी महाविद्यालयों में शैक्षणिक सत्र 2020-21 से नवीन ब्रांच AI&DS, IoT एवं मशीन लर्निंग प्रारंभ की गई हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में बाड़मेर जिले में विभाग के अन्तर्गत संचालित इंजीनियरिंग कॉलेज में पेट्रोलियम इंजीनियरिंग सहित अन्य शाखाओं का संचालन होने से तकनीकी शिक्षा के पर्याप्त अवसर उपलब्ध है।